Tata vs Ambani
Tata vs Ambani देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज इस सेक्टर में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। मुकेश अंबानी की यह कंपनी 6.5 अरब डॉलर का कंज्यूमर गुड्स बिजनस बना रही है और इसके लिए उसने दर्जनों ग्रॉसरी और नॉन फूड्स ब्रैंड्स को खरीदने की योजना बनाई है. दूसरी ओर टाटा ग्रुप ने भी इस सेक्टर के लिए व्यापक योजना बनाई है।
Tata vs Ambani टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स ने कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पांच ब्रैंड्स को खरीदने के लिए बातचीत चल रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सुनील डिसूजा ने कहा कि भविष्य में कंपनी के ग्रोथ का एक बड़ा हिस्सा इन ऑर्गेनिक एक्सपेंशन से आएगा। Tetley चाय और Eight O’Clock कॉफी बेचने वाली इस कंपनी की कई कंपनियों के लिए बातचीत चल रही है।
Ratan Tata vs Mukesh Ambani in hindi
इस सेक्टर में टाटा का मुकाबला यूनिलीवर, ITC जैसी दिग्गज अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ-साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी होगा। रिलायंस की योजना छह महीने के भीतर 50-60 ग्रॉसरी, हाउसहोल्ड और पर्सनल केयर ब्रैंड्स का पोर्टफोलियो बनाने की है। कंपनी इन ब्रांडों को देशभर खुदरा दुकानों तक पहुंचाने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स का एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर रही है।
इसके लिए रिलायंस रिटेल कंज्यूमर ब्रैंड्स नाम से एक वर्टिकल बनाया जाएगा। रिलायंस के देशभर में 2,000 से ज्यादा ग्रॉसरी आउटलेट हैं और साथ ही जियोमार्ट के ई-कॉमर्स ऑपरेशन का विस्तार किया जा रहा है।

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Tata vs Ambani business
टाटा ऐसे समय कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में अपना विस्तार कर रहा है जब यूक्रेन में चल रही लड़ाई के कारण महंगाई चरम पर है। कंज्यूमर गुड्स कंपनियों के लिए इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है।
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यूनिलीवर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और डाबर इंडिया जैसी कंपनियों ने अपने प्रॉडक्ट्स की कीमत बढ़ा दी है और साथ ही सस्ते पैकेज में सामान की मात्रा भी कम कर दी है। हालांकि टाटा की कंपनी इससे प्रभावित नहीं हुई है क्योंकि कॉफी, चाय और नमक की कीमत में कोई खास बदलाव नहीं आया है।
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