गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के टेंडर में दिलचस्पी दिखाई है।

कोल इंडिया ने कोयला आयात के लिए बोलियां मंगाई थी। इस बोली की रेस में अडानी समूह के अलावा 10 और कंपनियां भी शामिल हैं।

दरअसल, कोल इंडिया ने देश में बिजली संयंत्रों को ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 24.16 लाख टन कोयले का आयात करने के लिए पहली निविदा जारी की थी।

इसके एक दिन बाद विदेश से 60 लाख टन कोयला मंगाने के लिए मध्यम अवधि की दो निविदाएं जारी की गई थी।

कोल इंडिया के मुताबिक इस संबंध में 14 जून और 17 जून को बैठकें हुई थीं। इसमें कोयला आयात करने वाली 11 कंपनियों ने सीआईएल के अधिकारियों के साथ भाग लिया था।

उनमें से प्रमुख भारतीय कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, मोहित मिनरल्स और चेट्टीनाड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड थीं।

कुछ विदेशों कोयला निर्यातक एजेंसियों ने भी इसमें रुचि दिखाई है, जिनमें से एक इंडोनेशिया से है।

कोल इंडिया ने कहा, ‘‘निविदा में बोलीदाताओं ने बोली मूल्य की वैधता की समय सीमा को 90 दिनों से घटाकर 60 दिनों तक करने के महत्वपूर्ण संशोधन का अनुरोध किया था।

इसके अलावा उन्होंने लदान की पहली किस्त की आपूर्ति के लिए समय अवधि को पत्र की तारीख से चार से छह सप्ताह के बीच तय करने के लिए भी कहा था।’’

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