इसमें सीधे किसी स्टॉक में पैसे लगाने की जगह म्यूचुअल फंड मैनेजर अलग अलग शेयरों में पैसा लगाते हैं, जिससे निवेशकों को डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है.
इसमें सीधे किसी स्टॉक में पैसे लगाने की जगह म्यूचुअल फंड मैनेजर अलग अलग शेयरों में पैसा लगाते हैं, जिससे निवेशकों को डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है.