यस बैंक ने एसेट रिकंस्ट्रक्शन फर्म में 20% हिस्सेदारी के लिए आरबीआई की मंजूरी से जुड़ी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है।

प्राइवेट सेक्टर के बैंक ने कहा कि इस खबर का कोई वास्तविक संदर्भ नहीं है। इसके साथ ही यस बैंक ने यह भी बताया कि एसेट रिकंस्ट्रक्शन फर्म में भागीदार के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी, जो चल रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि केंद्रीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक को जेसी फ्लावर्स एंड कंपनी की एसेट रिकंस्ट्रक्शन फर्म में 20 फीसदी हिस्सेदारी

 खरीदने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि यस बैंक को हिस्सेदारी लेने के लिए लगभग 300-400 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि किसी बैंक द्वारा किसी एसेट रिकंस्ट्रक्शन फर्म में 9.9 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी की खरीद के लिए आरबीआई से मंजूरी लेनी होती है।

हालांकि, अब यस बैंक ने आरबीआई की मंजूरी से जुड़ी रिपोर्ट को गलत बता दिया है।

यस बैंक का शेयर: यस बैंक की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण के बाद बीएसई पर इसका शेयर भाव 0.45% बढ़कर 13.30 रुपये पर आ गया।

वहीं, मार्केट कैपिटल 33,323 करोड़ रुपये पर है। आपको बता दें कि बुधवार को यस बैंक के शेयर 0.75% की गिरावट के साथ ₹13.24 पर बंद हुए थे।

 वहीं मार्केट कैप करीब 33,172.79 करोड़ रुपये पर था।