Tata की इस कंपनी ने इस कंपनी में खरीदी हिस्सेदारी शेयरों में तेजी
ग्लोबल बाजारों में जारी उतार-चढ़ाव से घरेलू बाजार भी अछूते नहीं हैं. ऐसे में अगर किसी क्वालिटी शेयर को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहते हैं,
ग्लोबल बाजारों में जारी उतार-चढ़ाव से घरेलू बाजार भी अछूते नहीं हैं. ऐसे में अगर किसी क्वालिटी शेयर को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहते हैं,
एक जुलाई, 2022 से पांच साल की अवधि के लिए कंपनी के प्रबंध निदेशक के रूप में गौतम अडानी की पुनर्नियुक्ति के लिए शेयरधारकों से मंजूरी मांगी जा रही है। कंपनी की वार्षिक आम बैठक 26 जुलाई को है।
Rakesh Jhunjhunwala portfolio बढ़ती महंगाई और मंदी की चिंताओं के बीच भारतीय शेयरों में पिछले सप्ताह भारी गिरावट देखी गई। कुछ क्वालिटी शेयरों में भी बिकवाली हुई। बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला
रिटेल चेन डी-मार्ट (D-Mart) के मालिक और दिग्गज इनवेस्टर राधाकिशन दमानी को भी शेयर बाजार की इस गिरावट में बड़ा झटका लगा है। राधाकिशन दमानी को वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में करीब 26,000 करोड़
बैंकिंग सेक्टर में 100 करोड़ रुपये से अधिक के धोखाधड़ी के मामलों में कमी आई है। 2021-22 में ऐसे मामलों में फंसी राशि 41,000 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1.05 लाख करोड़ रुपये थी।
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बिकवाली की वजह से RIL का स्टॉक करीब 8 फीसदी लुढ़क गया। रिलायंस का स्टॉक भाव 2400 रुपये के स्तर पर है। एक दिन पहले के मुकाबले स्टॉक में 200 रुपये तक की गिरावट आ गई है।
Maruti Suzuki Shares Target स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के शेयरों पर बुलिश हैं। घरेलू ब्रोकरेज हाउस और रिसर्च फर्म मोतीलाल ओसवाल ने मारुति सुजुकी के शेयरों को बाय रेटिंग दी
भारत की टॉप आईवियर कंपनी लेंसकार्ट (Lenskart) ने आईपीओ की लॉन्चिंग से पहले बड़ी डील की है। दरअसल, लेंसकार्ट ने जापान के OWNDAYS में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के
RIL मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के निवेशकों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद निराश करने वाला रहा। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बिकवाली की वजह से RIL का स्टॉक करीब 8 फीसदी लुढ़क गया।
Small savings scheme: केंद्र सरकार ने सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।